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मुखपृष्ठ : हमारे बारे में : निदेशक : भूतपूर्व निदेशक : डॉ. एस.के शिवकुमार

गत अद्यतन: 15-Apr-2019

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डॉ. एस.के शिवकुमार

[अवधि : 2012-2015]

स्वर्गीय डॉ. एस.के शिवकुमार ने जुलाई 2012 में यू.आर.एस.सी. के निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण किया। डॉ.शिवकुमार अत्याधुनिक उपग्रह मिशन अभिकल्प, विकास और कार्यान्वयन के लिये कार्यरत 2500 से अधिक अभियंताओं और वैज्ञानिकों के समूह का नेतृत्व करते हैं। साथ ही साथ उन्होंने मंगल कक्षित्र मिशन (प्रथम अंतरग्रहीय मिशन) और नौसंचालन उपग्रह कार्यक्रम का भी नेतृत्व किया । वे नवंबर 2010 से जून 2012 तक इस केन्द्र के सह-निदेशक थे।

सितंबर 1998 से नवंबर 2010 तक, श्री शिवकुमार इसरो दूरमिति, अनुवर्तन एवं आदेश संचार जाल (इस्ट्रैक) के निदेशक रहे । यह केन्द्र अंतरिक्ष कक्षा में भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रहों के बृहत तारामंडल का अनुरक्षण करता है और भू-केन्द्रों के विश्व-व्यापी नेटवर्क द्वारा उपग्रह प्रमोचन यान अभियानों को सहायता प्रदान करता है।

श्री शिवकुमार, बेंगलूरु के समीप ब्यालालू में स्थित भारतीय गहन अंतरिक्ष नेटवर्क (आई.डी.एस.एन.) के 32 मी. ऐन्टेना के कार्यान्वयन के लिए परियोजना निदेशक भी रहे। आई.एस.डी.एन. का उपयोग मंगल कक्षित्र अभियान का अनुवर्तन करने के लिए किया जा रहा है तथा भारत के प्रथम चंद्र अभियान, चंद्रयान-1 के संचार के लिए इसका उपयोग किया गया।

इस्ट्रैक में कार्य आरंभ करने से पूर्व, श्री शिवकुमार ने दो दशकों के लिए (1978-1998) यू.आर.एस.सी. में काम किया, जिस दौरान उन्होंने भास्करा, एप्पल, आई.आर.एस. एवं इन्सैट सहित कई भारतीय उपग्रहों के अभियान योजना, विश्लेषण तथा प्रचालनों के लिए असीम योगदान दिया।

श्री शिवकुमार की जीवन-वृत्ति प्रतिष्ठित रही, उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक डिग्री प्राप्त की, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलूरु से इलेक्ट्रीकल संचार इंजीनियरिंग में बी.ई. के साथ-साथ भौतिक इंजीनियरिंग में एम.टेक प्राप्त की। उन्होंने वर्ष 2014 में कुवेंपु विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिकी के क्षेत्र में डॉक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त की।

श्री शिवकुमार ने कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समितियों, सलाहकार समूहों एवं सम्मेलनों जैसे बाह्य अंतरिक्ष का शांतिपूर्ण उपयोग पर संयुक्त राष्ट्र समिति, वियेना, अंतर-शल्यकरणीय परि पूर्ण एवं अंतर-एजेंसी प्रचालन सलाहकार समूह में इसरो का प्रतिनिधित्व किया।

डॉ. शिवकुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किये हैं ।

  • भारतीय सुदूर संवेदी सोसाईटी द्वारा भारतीय राष्ट्रीय सुदूर संवेदन पुरस्कार
  • भारत की एस्ट्रोनॉटिकल सोसाईटी द्वारा अंतरिक्ष प्रणाली प्रबंधन में विशिष्टता पुरस्कार
  • भू-प्रणाली स्थापना में उत्कृष्ट योगदान के लिए इसरो उत्कर्ष पुरस्कार
  • पी.एस.एल.वी.-सी7/कार्टोसैट-2/भारत की अंतरिक्ष कैप्सयूल पुनर्प्राप्ति प्रयोग के लिए अनुवर्तन, दूरमिति एवं आदेश सहायता में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हेतु अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोनॉटिक्स अकादमी (आई.ए.ए.) द्वारा टीम उपलब्धि पुरस्कार
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ‘कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार 2008’
  • 2012 के दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धि के लिए हंसोज्योति से ‘हंसा रत्ना’ पुरस्कार
  • चंद्रयान-1 अभियान के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु भारत के एयरोनॉटिकल सोसाईटी से ‘राष्ट्रीय एयरोनॉटिकल पुरस्कार-2008’
  • वे अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोनॉटिक्स अकादमी के निर्वाचित अकादमीशियन भी हैं।
  • उपग्रह आधारित दूर-चिकित्सा कार्यक्रम के सफलतम कार्यान्वयन के लिए टीम उत्कृष्टता पुरस्कार
  • मैसूर विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट (डी.एस.सी.)
  • 2013 में कन्नड़ विश्वविद्यालय, हम्पी द्वारा “नडोजा” पुरस्कार