गहन अंतरिक्ष
गहन अंतरिक्ष / अंतर्ग्रहीय मिशन में पृथ्वी के बाहर हमारे सौर प्रणाली के ग्रह / ग्रहों तक यात्रा शमिल करना है।
अंतर्ग्रहीय मिशन को उपग्रह, लैन्डर क्रॉफ्ट तथा रोवरों इत्यादि में से किसी एक का या सभी का उपयोग करते हुए अभियानित किया गया है। इसका मूल उद्देश्य है, संचार से संबंधित प्रौद्योगिकियों का निरूपणः, गहन अंतरिक्ष वातावरण में तथा ग्रहों पर उत्तरजीवन, ग्रहों का भौतिकी, रसायनिकी तथा वायुमंडलीय प्रणालियों का अन्वेषण।
ऐसे अन्वेषण के परिणामस्वरुप निम्नलिखित मदद मिलती है -
आदित्य-एल1 02-सितंबर -2023 शार, श्रीहरिकोटा पी.एस.एल.वी-C57 चंद्रयान-3 चन्द्रयान-II मंगल चन्द्रयान-I विज्ञान अभियानविज्ञानी उपग्रह अभियान हमारे ब्रह्माण्ड को अधिक विस्तृत रुप से समझने के लिए प्रयत्न करते हैं। एस्ट्रौसैट भारत का बहु तंरगदैर्घ्य अंतरिक्ष वेधशाला को समर्पित है। एस्ट्रौसैट प्रकाशिक, पराबैंगनी, विद्युतचुंबकीय स्पेकट्रम के निम्न एवं उच्च ऊर्जा एक्स-किरण क्षेत्रों में ब्रह्माण्ड का प्रेक्षण करेगा, चूँकि अन्य वैज्ञानिक उपग्रहों से अधिकतम उपग्रह तंरगदैर्घ्य बैण्ड के संकीर्ण परास प्रेक्षित करने की क्षमता रखते हैं।एस्ट्रौसैट अभियान के वैज्ञानिक उद्देश्य निम्नलिखित हैं :
|